सोमवार, 30 नवंबर 2009

"जिन्दगी जीना सीखों.........."

"जिन्दगी जीना सीखों.........."
खुशियाँ बांटना सीखों
गम को भुलाना सीखों
अगर जिन्दगी जीनी है...
तो जिन्दगी को जीना सीखों


समय को समझना सीखों
इंसान को परखना सीखों
अगर खुद को जीना है....
तो जिन्दगी को जीना सीखों


आजादी को छीनना सीखों
गुलामी को तोड़ना सीखों
अगर आजादी जीनी है यारो.....
तो जिन्दगी को जीना सीखों



संसार को देखना सीखों
खुद को दिखाना सीखों
अगर मर कर भी जीना है.....
तो जिन्दगी को जीना सीखों

खुदा को जानना सीखों
उसके जहाँ को समझना सीखों
उसकी इबादत करनी है अगर दोस्तों.....
तो जिन्दगी को जीना सीखों


पलों कों महसूस करना सीखों
इस सफ़र के मज़े लेना सीखों
बहुत निशां है तुम्हारे आगे
उन्हें देख जीना सीखों....
तो जिन्दगी को जीना सीखों


अब मत रुको,आगे बढ़ो
अपनी मर्जी के मालिक बनो
सब कुछ भूल जाओ....

और....
"जिन्दगी जीना सीखों"